मार्च पदयात्रा, वाराणासी
दिनांक 19 फरवरी रविवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा पंडित समाज(ब्राह्मण समाज) के संबंध में की गई अमर्यादित टिप्पणी के खिलाफ काशी के समस्त ब्राह्मण सभाओ द्वारा पूर्व घोषित ‘विरोध मार्च पदयात्रा दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ से अंनत श्री विभूषित धर्मसम्राट पंडितराज परम पूज्य स्वामी करपात्री जी के मूर्ति पर माल्यापर्ण कर वेद मंत्रोच्चर शंखनाद एवं काशी की परंपरा के अनुसार हर हर महादेव का उद्घोष एवं डमरू दल के शंखनाद के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व मंहथ पंडित राजेंद्र तिवारी जी ने प्रारंभ कराया।
विरोध मार्च पदयात्रा में शामिल काशी के विभिन्न संस्थाओं ने ब्राह्मण पदाधिकारी, बटुक, साधु, महात्मा,सन्यासी हजारों की संख्या में धर्म संघ से जैसे ही आगे बढे स्थानिय पुलिस प्रशासन ने यात्रा को रोक दिया। पदयात्रा के संयोजक नेतृत्वकर्ता कर्नल रंजीत उपाध्याय के निर्देशन पर सभी ब्राह्मण बंधु वही बैठ कर हरि कीर्तन ईश्वर नाम स्मरण करने लगे तत्पच्चात सभा कर के अपना आक्रोश व्यक्त किया।
सभा को संबोधित करते हुए कर्नल उपाध्याय ने कहा कि आए दिन ब्राह्मण समाज को लांछित और अपानित किया जा रहा है, ब्राह्मण समाज ऐसे किसी भी अपमान को अब बर्दास्त नहीं करेगा।
मोहन भागवत जी के बयान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया…
इस यात्रा में शामिल सभी विप्र बंधुओं में आक्रोश व्याप्त था वह अपने हाथों में
*मोहन भागवत होश में आओं
होश में आओ होश में आओ*
मोहन भागवत अपनाबयान वापस लो, वापस लो
मोहन भागवत ब्राह्मणों का अपमान बंद करो बंद करो
*ब्राह्मणों का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान*
*काशी से ब्राह्मणों ने ललकारा है त्याग तपस्या का इतिहास हमारा है*
आदि नारो लिखे तख्तियों पर लिए हुए थे।
विरोध पर्दशन में शामिल कुछ ब्राह्मण संगठनों के पदाधिकारी लंका स्थित भारत रत्न महामना मदन मोहन मालविय जी की प्रतिमा पर मल्यापर्ण कर उनके चरणों में मोहन भागवत को सद्बुदि प्रादन करने की प्रथना किये।
विरोध मार्च पदयात्रा और सभा का नेतृत्व केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के संस्थापक अवकाश प्राप्त कर्नल पं. रंजीत उपाध्याय जी, सर्वजन सनातन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. शीतला प्रसाद पांडेय, केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री पं. दिनेश कुमार तिवारी, काल भैरव मंदिर के मंहत पं. विरेंद्र मिश्रा, मंहत बड़ा गणेश मंदिर लोहटिया पं. राजेश तिवारी, केंद्रिय ब्राह्मण महासभा के पं. मनीष मोरोलिया, युवा मंच मंच के प्रदेश अध्यक्ष पं. राजेश त्रिपाठी, अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के पंडित राघवेंद्र चौबे, ज्योतिष शास्त्र के विद्वान संस्कृत महाविद्दिलय के प्रध्यापक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अमोद दत्त शास्त्री, राष्ट्रीय कोशाध्यक्ष पंडित नीलमणि पांडेय, सर्वजन सनातन पार्टी के अजगरा अध्यक्ष शिवम चौबे,अखिलेश शुक्ल, शांति भूषण मिश्र,केदार तिवारी, हरिनारायण पांडेय, श्रीकांत पांडेय,रंगनाथ तिवारी, ब्राह्मण सेवक संघ के विजय नाथ उपाध्याय, सुबास दीक्षित, राष्ट्रीय युवा मंच के संयुक्त महामंत्र पं. रोहित पांडेय,समाजसेवी ध्वनी प्रदूषण से जुड़े पं.चेतन उपाध्याय, रवि उपाध्याय, यज्ञ दत तिवारी, केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार पान्डेय, बच्चा शुक्ला, बृंदा प्रसाद मिश्र, मानस मर्मज्ञ प्रधानाचार्य डा भगवती धर दुबे, सनातन पीठ के सम्मानित महंत निराला जी महाराज, काशी विश्वाथ के पूर्व महंत पं. राजेंद्र तिवारी जी, युवा मंच के उपाध्यक्ष अतुल उपाध्याय, बिहार से आए पंडित रंगनाथ तिवारी,, पंडित बूटस तिवारी, महासचिव अखिल ब्राह्मण महासभा पंडित उमेश पांडेय, पंडित आचार्य धनंजय शास्त्री, पंडित बृजकिशोर तिवारी,, पं. आलोक तिवारी, पं. नितीष दुबे आदि लोग शामिल थे